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सुजानपुर

दिशा

सुजानपुर टिहरा की स्थापना कांगड़ा रियासत के कटोच वंशज राजा अभय चंद द्वारा सन 1748 (ई०पू०) में की गई थी | सुजानपुर एक बहुत ही सुंदर एतिहासिक स्थान है |

स्थान: व्यास नदी के बाएँ किनारे पर स्थित सुजानपुर टिहरा एक एतिहासिक एवं दर्शनीय शहर है | यह शहर कटोच राज घराने के स्वर्णिम काल का गवाह रहा है | सुजानपुर टिहरा, हमीरपुर से 24 किलोमीटर की दूरी पर हमीरपुर पालमपुर मार्ग पर बसा हुआ है | यहाँ पर उप मंडल अधिकारी (नागरिक), तहसील एवं विकास खण्ड मुख्यालय हैं |

उपयुक्त समय: यहाँ पर वर्ष भर कभी भी आसानी से जाया जा सकता है | बरसात का समय यहाँ बहुत ही सुहावना होता है |

दर्शनीय:

  • शहर से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एतिहासिक कटोच वंशज राजाओं की किला |
  • शहर के बीचों बीच स्थित एतिहासिक चौगान (मैदान) जो संभवतः पहाड़ी क्षेत्रों में सबसे बड़े आकार का मैदान है |
  • शहर में स्थित, सन 1823 (ई०पू०) में बनाया गया नर्वदेश्वर महादेव मंदिर |
  • 4 किलोमीटर की दूरी पर सुजानपुर किले में स्थित सं 1793 (ई०पू०) में बना गौरी-शंकर मंदिर |
  • सन 1790 (ई०पू०) में बना हुआ मुरली मनोहर मंदिर शहर के बीचों बीच स्थित है |
  • सुप्रसिद्ध सैनिक स्कूल सुजानपुर टिहरा भी शहर के बीचों बीच स्थित है |

फोटो गैलरी

  • नर्वदेश्वर महादेव मंदिर, सुजानपुर
  • मुरली मनोहर मंदिर, सुजानपुर
  • एतिहासिक सुजानपुर चौगान

कैसे पहुंचें:

वायु मार्ग द्वारा

हमीरपुर जिले में कोई भी हवाई अड्डा नहीं है, अतः इस शहर में कोई सीधी वायु सेवा / उड़ान उपलब्ध नहीं है। सबसे निकटतम हवाई अड्डा धर्मशाला के पास गग्गल (कांगड़ा) है जो सुजानपुर से लगभग 108 किलोमीटर दूर है |

ट्रेन द्वारा

सुजानपुर शहर के लिया कोई भी सीधी ट्रेन सेवा नहीं है। सुजानपुर से निकटतम रेलवे स्टेशन ऊना (ब्रॉड गेज रेलवे लाइन), अंब (ब्रॉड गेज रेलवे लाइन) और जवालामुखी रोड (नैरो गेज रेलवे लाइन) हैं। ऊना रेलवे स्टेशन सुजानपुर से लगभग 104 किमी दूर है । अंब रेलवे स्टेशन सुजानपुर शहर से लगभग 94 किलोमीटर दूर है |

सड़क द्वारा

यह जगह हिमाचल प्रदेश और अन्य पड़ोसी राज्यों के सभी प्रमुख शहरों से सड़क से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इस जगह पर नियमित बस सेवा उपलब्ध है। टैक्सी सेवा भी यहाँ पर आसानी से उपलब्ध हैं ।