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स्वास्थ्य

जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी और खण्ड स्तर पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी प्रमुख होते हैं | नागरिक अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खण्ड चिकित्सा अधिकारी के अधीन कार्य करते हैं |

योजनाएँ/सुविधाएँ

  • राष्ट्रीय एम्बुलैंस योजना: किसी भी मोबाईल या लैंडलाईन फोन से टोल फ्री नम्बर 108 या 102 पर फोन करने पर यह सुविधा उपलब्ध है ।
  • जननी सुरक्षा योजना: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत निजी तथा सरकारी अस्पतालों में प्रसव करवाने पर सभी बीपीएल/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति व झुग्गी झोपडिंयों से सम्बन्धित महिलाओं को संस्थागत प्रसव करवाने पर नकद सहायता का प्रावधान है । ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह राशि 700/ रू० तथा शहरी क्षेत्रों के लिए 600/- रू० निर्धारित हैं । अगर प्रसव घर पर करवाया जाए तो यह राशि 500/-रू० (केवल बीपीएल के लिए) है ।
  • जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम: इस योजना के तहत (1) सभी महिलाओं को गर्भावस्था से प्रसव तक (2) प्रसव के उपरान्त 42 दिन तक निःशुल्क सुविधा तथा जन्म के बाद एक वर्ष तक की आयु तक के सभी बच्चों का मुफ्त ईलाज किया जाता है।
  • इन्दिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना: इस योजना के तहत दो लड़कियों पर नलबंदी/नसबंदी करवाने पर 25,000/- रू० तथा एक लड़की पर 35,000/- रू० की राशि लड़कियों के नाम पर एफ०डी० की जाती है ।
  • राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम: इस योजना के तहत 0 से 18 वर्ष तक सभी बच्चों का जन्म के समय, आंगनवाड़ी स्तर पर तथा स्कूलों में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बीमारी, कुपोषण दोष तथा अपंगता का पता चलने पर निःशुल्क ईलाज करने का प्रावधान है ।
  • मुस्कान: इस योजना के अन्तर्गत 65 वर्ष की आयु के बुजुर्गों के लिए मुफत दांत लगाने की सुविधा है ।
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना: इस योजना के तहत शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के बीपीएल/रेहड़ी फड़ी वाले /70 प्रतिशत अपंगता वाले /अनुबंध कर्मचारी/कूड़ा बीनने वाले, आटोरिक्शा वाले, टैक्सी चालक, सफाई कर्मचारी, मनरेगा कामगार (स्मार्ट कार्ड होल्डर) के पांच सदस्यों को चिन्हित अस्पतालों में भर्ती होने पर अधिकतम 30,000/- रू० तथा गंभीर बीमारी में 1,75,000 रू० तक निःशुल्क ईलाज करने का प्रावधान है ।
  • राष्ट्रीय अन्धता नियन्त्रण कार्यक्रम: इस कार्यक्रम के तहत स्कूलों बच्चों की आंखें जांचने पर अगर दृष्टि दोष पाया जाता है तो उन्हें ऐनके बनाने के लिए 400 रू० नकद दिए जाते हैं । जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के आप्रेशन प्रत्येक बुधवार व शुक्रवार को निःशुल्क किए जाते हैं ।
  • राष्ट्रीय एडस नियन्त्रण कार्यक्रम: इसके अन्तर्गत एडस पीड़ित बच्चों को आर्थिक सहायता दी जा रही है । ए०आर०टी० केंद्र हमीरपुर में मरीजों को मुफ्त दवाईयां दी जा रही हैं ।
  • परिवार नियोजन: इस कार्यक्रम के तहत अस्थाई तरीके से निरोध, काॅपर टी, खाने की गर्भ निरोधक गोलियां, पी०पी०आई०यू०सी०डी० तथा स्थाई तरीके से नसबंदी व नलबंदी व सुरक्षित गर्भपात ।
  • प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान: गर्भवती माताओं को बीमारियों से बचाना और गर्भवती माताओं का डाक्टर द्वारा हर माह की 9 तारीख को चेक करना, मुफ्त दवाई, मुफ्त एंबुलैंस द्वारा उसके घर तक पहुँचाया जाता है ।
  • अस्पताल के माध्यम से 330 दवाईयां रोगियों को मुफ्त उपलब्ध करवाई जाती हैं ।
  • राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम: 10-19 वर्ष की किशोरियों में महामारी स्वच्छता व संक्रमण व बीमारियों के बचाव हेतु आंगनवाड़ी या आशा कार्यक्रता के माध्यम से सैनेटरी पैड वितरण ।
  • राष्ट्रीय कीटजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मुफ्त निदान व उपचार की व्यवस्था ।
  • राष्ट्रीय तपेदिक नियन्त्रण कार्यक्रम मुफ्त निदान व उपचार की व्यवस्था ।
  • टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को 11 जानलेवा बीमरियों की टीकाकरण किया जाता है इनमें पराबेलेंट रोटारवायरस आई.पी.वी. भी शामिल हैं ।
  • यूनिवर्सल हैल्थ प्रोटेक्शन स्कीम: प्रतिवर्ष 365 रू० की बीमा की अदायगी राशि देने पर उस परिवार को सरकारी और सरकार द्वारा चिन्हित अस्पताल में बीमारी की दशा में भर्ती होने पर अधिकतम 30,000 रू० तक का मुफ्त ईलाज तथा गंभीर बीमारी में 1,75,000/- रू० तक का मुफ्त ईलाज व कैंसर की बीमारी में यह सीमा 2,25,000/- रू० तक होगी ।
  • राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम: इस कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोगियों का निःशुल्क ईलाज किया जाता है ।